सोलह मांगों को लेकर विस्थापित मोर्चा का आंदोलन से सीसीएल को करोड़ों नुकसान, वार्ता आज

रैक लोडिंग छठे दिन भी रहा बाधित

टंडवा : शिवपुर साइडिंग में हक-अधिकार व रोजगार सहित सोलह सूत्री मांगों को लेकर रैयत विस्थापित मोर्चा के बैनर तले आंदोलित लोग छठे दिन भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन स्थल पर जमे रहे। जिससे छठे दिन भी नेक लाईन हड़गड़ा साइडिंग में कोयले का डिस्पैच व रैक लोडिंग कार्य बाधित रहा। जिससे सीसीएल का 45 हजार टन कोयले की डिस्पैच नहीं हो पायी। इससे सीसीएल को करोड़ों का नुक़सान उठाना पड़ा है। इधर साइडिंग में हक-अधिकार व रोजगार सहित वर्चस्व को लेकर जहां एक ओर पिछले छह दिनों से रैयत विस्थापित मोर्चा के बैनर तले शिवपुर सहित आस-पास के गांवों के कुछ लोग आंदोलन पर बैठे हैं। दरअसल आंदोलन पर बैठे लोगों का कहना है कि साइडिंग में रैक लोडिंग के कार्य में स्थानीय रैयतों को रोजगार से वंचित रखा गया है। वहीं दुसरी ओर साइडिंग में रैक लोडिंग कार्य कर रहे स्थानीय कबरा गांव के रैयतों ने आंदोलन कर बैठे लोगों पर साइडिंग में कार्य कर रहे मूल रैयतो का साजिश के तहत रोजगार छिनने का आरोप लगाया है। साइडिंग में रैक लोडिंग का कार्य कर रहे खुर्शीद अंसारी ने कहा कि बगल में सीसीएल का शिवपुर रेलवे साइडिंग है जिससे हर रोज दस-बारह रैक कोयला देश के विभिन्न हिस्सों में जाता है। जिसमें मात्र दस-बारह लोगों को ही रोजगार के नाम पर रखा गया है। वहीं नेक लाईन हड़गड़ा साइडिंग से हर रोज मात्र एक-दो रैक ही कोयला जाता है जिसमे गांव के 80 लोगों को रोजगार से जोड़ा गया है। वहीं साइडिंग में रोजगार कर रहे गांव के अनवर अंसारी ने बताया कि हम युवा जहां दुसरे प्रदेशों में जाकर रोजगार के लिए भटकते थे अब हमें गांव के ही साइडिंग में रोजगार मिल रहा है जिससे हमारा परिवार खुशी-खुशी चल रहा है जो दूसरे खेमे में बैठे लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। बहरहाल हक-अधिकार अथवा रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन पर बैठे लोगों की मांगों को लेकर शुक्रवार की दोपहर आम्रपाली के महाप्रबंधक कार्यालय में रैयत विस्थापित मोर्चा के लोगों के साथ वार्ता रखी गई है। जिसमें सभी लोगों की निगाहे टिकी हुई है।

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